प्रार्थी कैलाश प्रसाद मेहर पिता गंगा प्रसाद मेहर उम्र 60 वर्ष निवासी कनकबीरा मैक्स लाईफ इंनश्युरेस के मैच्युरीटी के नाम से हुई थी ठगी • पुलिस टीम ने इंटरस्टेट साइबर गिरोह के नेटवर्क को किया पर्दाफाश
- ठगी के लिए इस्तेमाल मोबाईल बैंक पासबुक और साइबर ठगी में सारंगढ़ पुलिस का बड़ी कार्यवाही रु 11 लाख ठगी मामले के 01 आरोपी को गाजियाबाद उत्तर प्रदेश दिल्ली से किया गया गिरफ्तार
- कनकवीरा के एक गुरुजी से मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की मैच्योरिटी 45 लाख रुपए दिलाने के नाम हुई थी ठगी
- ठगी के लिए इस्तेमाल 01 मोबाइल, 02 बैंक पासबुक, 01 एटीएम कार्ड और 01 पैन कार्ड बरामद
- गिरफ्तार आरोपी का नाम पता- सागर जाटव पिता सुनील कुमार जाटव उम्र 19 वर्ष पता हाउस नंबर 1073 दरगाह गली बड़ी मस्जिद बेहटा हाजीपुर थाना लोनी बॉर्डर जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश
घटना का संक्षिप्त विवरण:-
प्रार्थी कैलाश प्रसाद मेहर पिता गंगा प्रसाद मेहर उम्र 60 वर्ष निवासी कनकबीरा द्वारा चौकी कनकबीरा से विगत 8 माह पूर्व प्रार्थी के मोबाईल में मैक्स लाईफ इनश्युरेंस कम्पनी का प्रधिकृत अधिकारी बता कर इंनश्युरेस मैच्युरीटी का 45 लाख रूपये दिलाने का लालच देकर धीरे धीरे पीडित से विभिन्न शुल्को के नाम से कुल 11 लाख रूपये की ठगी करने का रिपोर्ट दर्ज कराने पर चौकी कनकबीरा में अपराध कमांक 495/24 धारा 420 भादवि कायम कर अज्ञात मोबाईल धारको आरोपी की पता साजी कि जा रही थी
पुलिस की कार्यवाही:-
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय श्री पुष्कर शर्मा ने चौकी प्रभारी कनकबीरा के नेतृत्व में साइबर व पुलिस चौकी कनकबीरा के स्टाफ के
साथ में एक विशेष टीम का गठन किया गया टीम के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश्वर चंदेल, एसडीओपी स्नेहिल साहु के मार्ग दर्शन एवं डीएसपी मुख्यालय अविनाश मिश्रा की सत्त
निगरानी में टीम के द्वारा हरीद्वार, दिल्ली, गाजियाबाद उत्तरप्रदेश में संदेहीयो की पता साजी कर
कई स्थानो में छापेमारी की गई इस अभियान में बैंक खातो की जांच, मोबाईल नंबरों के विश्लेषण कर एक आरोपी सागर जाटव को गिरफ्तार कर कड़ाई से पुछताछ करने पर अपने अन्य साथीयों के साथ योजना बनाकर उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के मोबाईल धारको से फोन में बात कर उनसे
बीमा कंपनी से पैसा निकलवाने के लिए रकम मांग कर रूपये की ठगी करना तथा अपने इस पुरे ठगी के खेल को इस तरह चलाते थे जैसे- खाता धारक जिनके नाम से फ्रॉड के पैसे मँगवाने हेतु खाता खुलवाए जाते थे. जिनके द्वारा खाता धारक के आधार कार्ड में उनके वास्तविक पते को बदलकर फर्जी पता दर्ज किया जाता था । गिरफ्तार आरोपी सागर द्वारा स्वयं एवं दूसरे के नाम से फर्जी सिम खरीद कर अन्य आरोपियों के साथ मिलकर इन सिम कार्ड का प्रयोग फ्रॉड कॉलिंग एवं बैंक खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के रूप में करते थे जो फ्रॉड सिम एवं फ्रॉड एड्रेस के आधार पर विभिन्न बैंकों में उनका
खाता खुलवाने जाते थे। जो प्रतिदिन फ्रॉड कॉलिंग करने वालों को अकाउंट की जानकारी देते थे ताकि उसमें प्रार्थी को ठगकर उसके पैसे मंगाए जा सके। मुख्य कॉलिंग टीम जो फर्जी नंबरों का प्रयोग कर प्रार्थी को कॉल कर ठगी को अंजाम देते थे एवं पैसा आने पर अन्य आरोपियों से कमीशन प्राप्त करता था
इस प्रकार पुलिस की पकड़ में आने से बचने के हर संभव प्रयास के बावजूद भी सारंगढ़ बिलाईगढ
पुलिस द्वारा अपनी सूझबूझ और कार्यकुशलता से इस गिरोह का भांडाफोड़ किया गया है। प्रकरण में
विवेचना जारी है निकट भविष्य में और भी आरोपियों के पकड़े जाने की संभावना है।
उपरोक्त आरोपी को पकड़ने में सहायक उप निरीक्षक टीकाराम खटकर चौकी प्रभारी कनकबिरा, सहायक उप निरीक्षक चक्रधर सिंह राठौर साइबर सेल, प्रधान रक्षक भीम सिंह सिदार, धनेश्वर उराव, दिगंबर पटेल का विशेष योगदान रहा
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